Posted by admin on 2024-01-06 00:17:52 |
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हाल ही में हरियाणा के एक किसान की 31 वर्षीय बेटी विकास राणा ने जर्मनी में क्रास कंट्री स्कीइंग (Cross Country Skiing) में चैंपियनशिप में देश के लिये पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
परमार समाज का नाम रोशन करने वाली बेटी ने कर्ज लेकर देश का कर्ज उतारा
आर्थिक हालात से लड़़कर और इसी से सीख लेकर राणा ने अपने लक्ष्य को भेदना सीखा
हरियाणा। जींद। बिना सरकारी संसाधनों के सहयोग से भारत को इंटरनेशनल चैंपियनशिप में क्रॉस कंट्री स्कीइंग में स्वर्ण पदक दिलाने वाली बेटी विकास राणा के पहले अब तक भारत में किसी महिला ने यह पदक नहीं जीता था। जर्मन में आयोजित हुई इंटरनेशनल चैंपियनशिप में विकास राणा ने भाग लेकर इस पदक को क्रॉस कंट्री स्कीइंग में प्राप्त किया। राणा ने पांच किलोमीटर की इस दौड़ को 26 मिनट में पूरा किया।
विकास राणा जि़द जिले की सुदकैन खुर्द गांव के किसान परिवार की बेटी है। इससे पहले भी विकास राणा ने देश के लिए कई अन्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
विकास राणा के परिवार की आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण उनको इस चैंपियनशिप में शामिल होने के लिए कर्ज तक का सहारा लेना पड़ा। इसके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और देश की शान बढ़ाने के लिए विपरीत हालात से लड़ते हुए जर्मनी पहुंची। जहां पर उन्होंने क्राॅस कंट्री स्कीइंग में भाग लेकर देश का नाम स्वर्ण पदक पर लिखवाने का काम किया।
राणा पहले भी कई इन प्रतियोगिताओं के लिए आर्थिक हालात से लड़ी थी। इसी से सीख लेकर राणा ने अपने लक्ष्य को भेदना सीखा
क्षत्रिय महानसंघ भरत की ओर से बधाई